अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

जून 23 2021 को अपडेट किया गया

यह सूचना हमने विभिन्न विश्वसनीय संगठनों (जैसे विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO), the युनाइटेड स्टेट्स सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC), स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार (MoHFW),  इंडियन कौंसिल ऑफ़ मेडिकल रिसर्च (ICMR), क्लीवलैंड क्लिनिक आदि) की वेबसाइट से जुटाई है। इसमें से कुछ हिस्सा शब्दशः उसी तरह पेश किया गया है, जबकि कुछ जगहों पर इसे नए सिरे से लिखा गया है। यह सूचना एकत्रित करने के लिए हम इन संगठनों के कठिन परिश्रम का आभार प्रकट करते हैं।

महत्वपूर्ण शब्दावली:

डब्लू.एच.ओ: विश्व स्वास्थ्य संगठन

सी.डी.सी: युनाइटेड स्टेट्स सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन

कोविड-19: कोविड-19 एक नई बीमारी है, जो नवल (नए) कोरोना वायरस (सार्स-कोव-2) की वजह से होती है जिसे इंसान में पहले कभी नहीं देखा गया था। कोरोनावायरस के बहुत से प्रकार होते हैं और इनमें वह भी शामिल हैं जो आमतौर पर ऊपरी श्वसनतंत्र (साइनस, नाक की नली, जल आदि जाने की नलिका और कंठ) में हल्की बीमारी पैदा करता है। ‘कोविड-19’ में ‘सीओ’ है कोरोना के लिए, ‘वीआई’ है वायरस के लिए, ‘डी’ है डिजीज या रोग के लिए और ‘19’ है 2019 वर्ष के लिए।


टीका लगवानापात्रता, टीका लगवाने का समय और खुराक
कोविड -19 टीका लगवाने के लिए कौन पात्र है?

भारत में 1 मई, 2021 के बाद से 18 वर्ष से अधिक आयु के सभी लोग कोविड-19 वैक्सीन लगवा सकते हैं। अधिक जानकारी के लिए कृपया अपने स्थानीय राज्य दिशानिर्देशों की जाँच करें।

अगर आप ऑनलाइन माध्‍यम से पूर्व-पंजीकरण नहीं कर सकते हैं, तो कृपया अपने स्थानीय सरकारी स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं से संपर्क करें, जो आपको उसी दिन ऑन-द-स्पॉट पंजीकरण, अपॉइंटमेंट, सत्यापन और टीकाकरण के लिए किसी भी सरकारी कोविड-19 टीकाकरण केंद्र में भेज देंगे।

ज्‍यादा जानकारी के लिये कृपया यहां देखें: https://www.mohfw.gov.in/covid_vaccination/vaccination/faqs.html


अगर मुझे पहले ही कोविड -19 हो चुका है और मैं ठीक हो गया हूं, तो क्या मुझे अभी भी कोविड -19 का टीका लगवाने की जरूरत है?

जी हां, भले ही आप कोविड-19 से संक्रमित हो चुके हों, फिर भी आपको कोविड-19 का टीका लगवाना चाहिए। टीका अभी भी बीमारी के खिलाफ एक मजबूत प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया विकसित करने में मदद करेगा। लेकिन टीका लगवाने से पहले यह सुनिश्चित करें कि कोविड-19 से संक्रमित होने के बाद आपको तीन 3 महीने तक इंतजार करें।

हम अभी तक नहीं जानते हैं कि जिन लोगों को कोविड-19 हुआ है, उनमें फिर से कोविड-19 से संक्रमित होने से बचाने के लिए पर्याप्त प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया होगी या नहीं। अगर थोड़ी सी भी सुरक्षा हो तो भी यह पता नहीं होता है कि यह प्रतिरक्षा कितने समय तक रहेगी। यही कारण है कि जिन लोगों को कोविड-19 हुआ है, उन्हें अभी भी कोविड-19 का टीका लगवाना चाहिए।

ज्‍यादा जानकारी के लिये कृपया यहां देखें:  https://www.mohfw.gov.in/covid_vaccination/vaccination/faqs.html


अद्यतन यदि मुझे वर्तमान में COVID-19 है, तो क्या मुझे अभी टीका लगवाना चाहिए?

जो लोग कोविड-19  से संक्रमित हैं या जिनमें लक्षण नजर आ रहे हैं ऐसे लोगों को कम से कम 10 दिनों के लिए आइसोलेशन में रहना चाहिए। जो लोग कोविड-19 से ठीक हो गए हैं, उन्हें संक्रमण के बाद अपने कोविड-19  टीकाकरण करवाने को 3 महीने के लिए टालना चाहिए।


नया क्या होगा अगर मुझे वैक्सीन की दो खुराक के बीच में कोविड -19 हो जाए?

अधिकांश लोग, जिन्‍होंने टीके की पहली खुराक ले ली है उनमें संक्रमण के हल्‍के या मध्‍यम लक्षण होने की संभावना है, यह इस बात पर निर्भर करता है कि टीकाकरण के कितने दिनों बाद वायरस का जोखिम हुआ। यदि पहली खुराक (कोवैक्सिन या कोविशील्ड) लेने के 1 से 3 सप्ताह के भीतर वायरस का एक्सपोजर होता है, तो टीके का असर होने की संभावना रहती है और संक्रमण होने की आशंका नहीं होती है। हालांकि, यदि कोई व्यक्ति अपनी पहली खुराक से 3 सप्ताह के बाद संक्रमित पाया जाता है, तो उनमें कोविड-19 के हल्‍के लक्षण नजर आने की संभावन होती है।

एक बार जब किसी व्यक्ति को कोविड-19 संक्रमण हो जाता है, तो उसका शरीर उसके प्रति एंटीबॉडी बनाना शुरू कर देता है। इसलिए, विशेषज्ञ दूसरी खुराक लेने से पहले कोविड-19 से ठीक होने के 3 महीने बाद तक की प्रतीक्षा करने का सुझाव देते हैं। भविष्य में कोविड-19 के खिलाफ प्रभावी प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया सुनिश्चित करने के लिए दूसरी खुराक लेना महत्वपूर्ण है।

इसलिए, जितनी जल्‍दी लोग टीका लगवा लेंगे उतनी ही तेजी से विशेषज्ञ तमाम लक्षणों और प्रभावों के बारे में जान सकेंगे। यह हर किसी (टीका लगा चुके और बिना टीका लगवाये) के लिए जरूरी है कि इस महामारी को रोकने में मदद करने के लिए मास्क पहनें, अपने हाथ धोएं और दूसरों से शारीरिक दूरी बनाए रखें।

ज्‍यादा जानकारी के लिये कृपया यहां देखें: https://www.mohfw.gov.in/covid_vaccination/vaccination/faqs.html


मुझे टीके की दो खुराक लेने की आवश्यकता क्यों है?

पहली खुराक शरीर को वायरस को पहचानने में मदद करती है और भविष्य के संक्रमण से बचाने के लिए प्रतिरक्षा प्रणाली  तैयार करती है, जबकि दूसरी खुराक उस प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया को और अधिक मजबूत करती है। इससे शरीर कोविड संक्रमण से लड़ने के लिए पूरी तरह तैयार हो जाता है।


नया  कोविड -19 वैक्सीन की खुराक के बीच सही समय क्या है?

हाल के अध्ययनों से पता चला है कि टीके की खुराक के बीच तय की गई समय सीमा बेहतर प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया बनाने में मदद करती है। यह समयसीमा हर टीके के हिसाब से अलग-अलग होती है। यह आपके शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली के साथ-साथ्‍ा हर प्रकार के टीके के काम करने के विभिन्न तरीकों से संबंधित होती है।

कोविशील्ड: कोविशील्ड वैक्सीन के बारे में वर्तमान अध्ययन से पता चलता है कि खुराक के बीच ज्‍यादा वक्‍त तक प्रतीक्षा करने से प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया बेहतर हुई। इसलिए दोनों खुराक के बीच का समय बढ़ाकर 12-16 सप्ताह कर दिया गया है।

कोवैक्‍सीन: वैज्ञानिक सलाह देते हैं कि कोवैक्‍सीन के टीके की दूसरी खुराक पहली खुराक के 4-6 सप्ताह बाद लेनी चाहिए।

ज्‍यादा जानकारी के लिये कृपया यहां देखें: https://www.mohfw.gov.in/covid_vaccination/vaccination/faqs.html


नया  क्या मुझे अपने कोविड-19 टीके की पहली और दूसरी खुराक के लिए एक ही टीका लगवाने की आवश्यकता है?

जी हाँ। भारत में वर्तमान में उपलब्ध टीके आपस में बदले नहीं जा सकते हैं। तो, आपको टीके की दूसरी खुराक वही लेनी जरूरी है जो पहली बार ली गई थी। आपका टीकाकरण पंजीकरण (CoWIN पोर्टल के माध्यम से) भी यह सुनिश्चित करने में मदद करेगा कि आपको दोनों खुराक एक ही टीके की मिलें।

ज्‍यादा जानकारी के लिये कृपया यहां देखें: https://www.mohfw.gov.in/COVID_vaccination/vaccination/faqs.html


टीका लगवानाटीका लगने की तारीख तक और बाद में
नया  मैं टीकाकरण केंद्रों पर कोविड -19 से कैसे सुरक्षित रह सकता हूं?
  1. टीकाकरण केंद्र में किसी भी व्‍यक्ति से कम से कम 6 फीट (2 मीटर) की दूरी बनाकर रखें।
  2. अपनी नाक और मुंह पर 3-परत वाला मेडिकल मास्क या N95 मास्क पहनें। यदि संभव न हो तो डबल मास्क (डिस्पोजेबल सर्जिकल मास्क के ऊपर कपड़े का मास्क) पहनें।
  3. अपने चेहरे या किसी भी सतह को न छुएं।किसी से हाथ मत मिलाएं।
  4. अपने हाथों को समय-समय पर सेनेटाइज करते रहें।
  5. किसी भी अन्‍य व्‍यक्ति से बात करने से बचें।
  6. भविष्‍य की योजना बनाएं। यदि संभव हो तो पहले से ही पंजीकरण करें और अपनी अगली अपॉइंटमेंट का समय तय कर लें।
  7. यदि आप में कोविड-19 के लक्षण नजर आ रहे हैं, या आप कोविड-19 से संक्रमित हो गए हैं, तो घर पर रहें और अपने अपॉइंटमेंट को बाद के लिए शेड्यूल कर लें।

अगर मुझे टीके की दो खुराकें लग चुकी हैं तो क्या मुझे मास्क पहनने और दूसरों के साथ ज्‍यादा करीब से संपर्क से बचने की ज़रूरत है?

बिल्‍कुल। भले ही विशेषज्ञ कोविड-19 टीका लगवाने के बाद वास्तविक जीवन की परिस्थितियों को जानकर उस सुरक्षा के बारे में अधिक समझ पा रहे हैं फिर भी यह सभी के लिए महत्वपूर्ण होगा कि इस महामारी को रोकने में मदद करने के लिए हमारे पास उपलब्ध सभी उपकरणों का उपयोग करना जारी रखें। इनमें अपने मुंह और नाक को मास्क से ढंकना, बार-बार हाथ धोना और दूसरों से कम से कम 2 मीटर दूरी बनाए रखना शामिल है। साथ में, कोविड-19 वैक्सीन और कोविड-19 से सुरक्षा के लिए बताये गए दिशानिर्देशों का पालन करने वाले सभी लोग कोविड-19 को फैलने से बचाने में सबसे अच्छी सुरक्षा प्रदान करेंगे। विशेषज्ञों को उस सुरक्षा के बारे में और अधिक समझने की आवश्यकता है जो कोविड-19 टीका लगने के साथ मिल रही है। सभी को सलाह दी जाती है कि वे कोविड-19 वायरस के प्रसार को धीमा करने के लिए समय-समय पर जारी गाइडलाइन को अपनाएं।

कोविड-19 का टीका कोविड-19 संक्रमण, विशेष रूप से इसके गंभीर लक्षणों और इससे होने वाली मृत्यु को रोकने में प्रभावी हैं। लेकिन हम अभी भी सीख रहे हैं कि कैसे कोविड-19 के टीके लोगों को बीमारी फैलाने से बचाता है। इसके अलावा, हम अभी भी सीख रहे हैं कि कोविड-19 का कारण बनने वाले वायरस के प्रकारों के खिलाफ ये टीके कितने प्रभावी हैं। शुरुआती आंकड़े बताते हैं कि टीके कुछ प्रकार के कोरोना वायरस के खिलाफ काम कर सकते हैं लेकिन कुछ के खिलाफ कम प्रभावी हो सकते हैं।

कुछ लोगों में अभी भी संक्रमण विकसित हो सकता है हालांकि उनकी संख्या तो कम है ही साथ ही इसकी गंभीरता भी कम होने की संभावना है। इसलिए मास्क पहनना, हाथ धोना और भीड़भाड़ के बीच आपस में उचित दूरी बनाकर रखना बेहद जरूरी है। जब तक हम हर प्रकार के कोरोना वायरस के खिलाफ टीके की प्रभावशीलता के बारे में पूरी तरह नहीं जान जाते, और जब तक कि अधिकांश आबादी को सामूहिक (या समुदायिक) प्रतिरक्षा हासिल करने के लिए टीका नहीं लगा जाता है, तब तक कोविड-19 रोकथाम के लिए जारी नियमों का पालन करना अति आवश्यक है।

स्रोत: https://www.mohfw.gov.in/covid_vaccination/vaccination/faqs.html https://www.cdc.gov/coronavirus/2019-ncov/vaccines/fully-vaccinated.html


क्या टीका लगवाने के कोई दुष्प्रभाव हैं?

कोविड-19 टीकाकरण आपको कोविड-19 से बचाने में मदद करेगा। टीकाकरण करवाने के बाद आपको कुछ लक्षण नजर आ सकते हैं, जो सामान्य संकेत हैं कि आपका शरीर सुरक्षा आवरण का निर्माण कर रहा है। आम तौर पर इन लक्षणों में इंजेक्शन की जगह पर दर्द व सूजन होना और फ्लू के लक्षण जैसे बुखार, ठंड लगना, थकान और सिरदर्द शामिल हैं। हालांकि ये कुछ दिनों में ठीक हो जाते हैं।

यह देखा गया है कि कुछ लोगों में कोविड-19 टीका लगने के बाद एलर्जी हो सकती है। यदि आपको कभी भी अन्य टीकों या इंजेक्शन से गंभीर एलर्जी की प्रतिक्रिया हुई है, तो यह सलाह दी जाती है कि आप टीकाकरण कराने से पहले अपने डॉक्टर से इस संदर्भ में बात करें।


नया  क्या भारत में पूर्ण टीकाकरण वाले लोगों को सामाजिक परिवेश में मास्क पहनना जारी रखने कीआवश्यकता है?

जी हाँ। बिल्‍कुल। भले ही विशेषज्ञ कोविड-19 टीका लगवाने के बाद वास्तविक जीवन की परिस्थितियों को जानकर उस सुरक्षा के बारे में अधिक समझ पा रहे हैं फिर भी यह सभी के लिए महत्वपूर्ण होगा कि इस महामारी को रोकने में मदद करने के लिए हमारे पास उपलब्ध सभी उपकरणों का उपयोग करना जारी रखें। इनमें अपने मुंह और नाक को मास्क से ढंकना, बार-बार हाथ धोना और दूसरों से कम से कम 2 मीटर दूरी बनाए रखना शामिल है। साथ में, कोविड-19 वैक्सीन और कोविड-19 से सुरक्षा के लिए बताये गए दिशानिर्देशों का पालन करने वाले सभी लोग कोविड-19 को फैलने से बचाने में सबसे अच्छी सुरक्षा प्रदान करेंगे। विशेषज्ञों को उस सुरक्षा के बारे में और अधिक समझने की आवश्यकता है जो कोविड-19 टीका लगने के साथ मिल रही है। सभी को सलाह दी जाती है कि वे कोविड-19 वायरस के प्रसार को धीमा करने के लिए समय-समय पर जारी गाइडलाइन को अपनाएं।

कोविड-19 का टीका कोविड-19 संक्रमण, विशेष रूप से इसके गंभीर लक्षणों और इससे होने वाली मृत्यु को रोकने में प्रभावी हैं। लेकिन हम अभी भी सीख रहे हैं कि कैसे कोविड-19 के टीके लोगों को बीमारी फैलाने से बचाता है। इसके अलावा, हम अभी भी सीख रहे हैं कि कोविड-19 का कारण बनने वाले वायरस के प्रकारों के खिलाफ ये टीके कितने प्रभावी हैं। शुरुआती आंकड़े बताते हैं कि टीके कुछ प्रकार के कोरोना वायरस के खिलाफ काम कर सकते हैं लेकिन कुछ के खिलाफ कम प्रभावी हो सकते हैं।कोविड-19 के प्रसार को धीमा करने के लिए सभी को क्या करना चाहिए, इस समय समय पर उचित बदलाव के साथ विशेषज्ञ आपको जानकारी देते हैं क्‍योंकि अभी भी कोविड-19 टीके से मिलने वाली सुरक्षा के बारे में और अधिक समझने की आवश्यकता है। इसलिए, जबकि विशेषज्ञ अधिक सीखते हैं और जैसे-जैसे लोग टीकाकरण करते हैं, सभी के लिए यह महत्वपूर्ण है कि वे इस महामारी को रोकने में मदद करने के लिए मास्क पहनें, हाथ धोते रहें और दूसरों से शारीरिक दूरी बनाए रखना जारी रखें।

साभार: https://www.mohfw.gov.in/covid_vaccination/vaccination/faqs.html,

https://www.cdc.gov/coronavirus/2019-ncov/vaccines/fully-vaccinated.html


टीकाकरण से सुरक्षा
क्या मुझे टीका लगवाने से कोविड -19 हो सकता है?

नहीं, विभिन्न प्रकार के टीकों में अलग-अलग प्रकार के रसायन होते हैं जो हमारे शरीर को वायरस से बचाने के लिए प्रोटीन या एंटीबॉडी का उत्पादन करने का संकेत देते हैं। इनमें से किसी भी टीके में सक्रिय वायरस नहीं है।

शरीर में शुरू होने वाली प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया से बुखार जैसे लक्षण सामने आ सकते हैं। इसका मतलब यह नहीं है कि व्यक्ति वायरस से संक्रमित हो गया है। आइए इस बारे में और ज्‍यादा जानें कि सीरम इंस्टीट्यूट और भारत बायोटेक टीके कैसे काम करते हैं:

टीकाकरण के बाद शरीर को प्रतिरोधक क्षमता बनाने में आमतौर पर कुछ सप्ताह लगते हैं। इसका मतलब है कि यह संभव है कि कोई व्यक्ति उस वायरस से संक्रमित हो सकता है जो टीकाकरण के ठीक पहले या बाद में संक्रमित होकर कोविड-19  से संक्रमित हो जाए। ऐसा इसलिए है क्योंकि टीके के पास सुरक्षा प्रदान करने के लिए पर्याप्त समय नहीं है।


हम यह कैसे जानें कि टीका सुरक्षित है?

आज हम जिन टीकों का इस्‍तेमाल दशकों से करते आए हैं,  सबसे अधिक इस्तेमाल किये जाने वाले वे टीकों लाखों लोग हर साल सुरक्षित रूप से लगवाते हैं। इन सभी सफल टीकों की तरह, कोविड-19 टीकों को भी स्वीकृत होने से पहले व्यापक और कठोर परीक्षण से गुजरना पड़ा है। दुनिया भर के वैज्ञानिक वर्तमान संभावित कोविड-19 टीकों को विकसित करने और सभी परीक्षण प्रक्रियाओं से गुजरने के लिए 2020 की शुरुआत से काम कर रहे हैं ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि वे सुरक्षित हैं। टीके लगने की शुरुआत के बाद टीके से मिलने वाली सुरक्षा पर भी निगरानी की जा रही है जिसे पोस्ट-मार्केट सर्विलांस कहा जाता है। यह इस बात को सुनिश्चित करता है कि टीके उसी गुणवत्ता, सुरक्षा और प्रदर्शन आवश्यकताओं को पूरा करना जारी रखेंगे, जिस काम के लिए उन्हें शुरू में बाजार में पेश किया गया था।


नया  अगर मैं गर्भवती हूं या स्तनपान करा रही हूं तो क्या मेरे लिए टीका लगवाना सुरक्षित है?

वर्तमान में स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय (MoHFW) उन महिलाओं को कोविड-19 का टीका लगवाने की सलाह नहीं देता है जो गर्भवती हैं या अपनी गर्भावस्था के बारे में सुनिश्चित नहीं हैं। MoHFW सभी स्तनपान कराने वाली महिलाओं के लिए कोविड-19 टीकाकरण की सिफारिश करता है।

फिलहाल गर्भवती महिलाओं में कोविशील्ड या कोवैक्सीन टीकाकरण को लेकर वर्तमान में कोई डेटा उपलब्ध नहीं है, क्योंकि गर्भवती महिलाओं को क्‍लीनिकल ट्रायल में शामिल नहीं किया गया था। विशेषज्ञ उन महिलाओं पर अध्ययन के माध्यम से गर्भवती महिलाओं के लिए सुरक्षा का निर्धारण कर रहे हैं जो क्‍लीनिकल ट्रायल का हिस्सा थीं और बाद में गर्भवती हुईं।

स्रोत: https://www.mohfw.gov.in/covid_vaccination/vaccination/faqs.html


नया  किसी को कोविड -19 का टीका नहीं लगवाने के कौन से कारण हैं?

कोविड-19 वैक्सीन लगवाने से पहले डॉक्टर से बात करने के आवश्‍यक पहलू हैं:

  1. अगर व्‍यक्ति में:
  • कोविड-19 टीके की पहली खुराक लगने के बाद किसी तरह से एनाफिलेक्टिक या एलर्जी के लक्षण नजर आएं।
  • टीकों या इंजेक्शन से किए गए उपचारों, फार्मास्युटिकल उत्पादों/दवाओं, खाद्य पदार्थों आदि के कारण तत्काल या कुछ समय बाद एनाफिलेक्टि या एलर्जी के लक्षण नजर आएं।
  1. गर्भावस्था:
  • गर्भवती महिलाएं अब तक किसी भी कोविड-19 वैक्सीन क्‍लीनिकल ट्रायल का हिस्सा नहीं रही हैं। इसलिए, जो महिलाएं गर्भवती हैं या अपनी गर्भावस्था की स्थिति के बारे में सुनिश्चित नहीं हैं, उन्हें इस समय कोविड-19 का टीका नहीं लगवाना चाहिए। जैसे ही अधिक जानकारी सामने आती है, इस मामले में बदलाव हो सकता है।
  1. कोविड-19 वैक्सीन प्राप्त करने में देरी के अस्थायी कारक हो सकते हैं यदि कोई:
  • हाल ही में कोविड-19 से संक्रमित था (कोविड-19 से ठीक होने के बाद टीकाकरण में 3 महीने का इंतजार करना चाहिए)
  • कोविड-19 संक्रमण के सक्रिय लक्षण नजर आ रहे हैं (कोविड-19 की जांच करवाएं)
  • कोविड-19 से संक्रमित हैं और उसे मोनोक्लोनल एंटीबॉडी या कन्‍वेलेसेंट प्लाज्मा दिया गया है।
  • गंभीर रूप से अस्वस्थ है और किसी बीमारी के कारण अस्पताल में भर्ती है (गहन देखभाल में या उसके बिना)

जिस व्यक्ति को इनमें से कोई एक स्थिति थी, उसकी बीमारी ठीक होने और उचित समय के बाद, उसे कोविड-19 का टीका लगाया जा सकता है।

यदि आप सुनिश्चित नहीं हैं कि आपको या आपके परिवार में किसी को टीका लगवाना चाहिए, तो डॉक्टर से बात करें।

ज्‍यादा जानकारी के लिये कृपया यहां देखें: https://www.mohfw.gov.in/COVID_vaccination/vaccination/faqs.html


क्या कोविड -19 टीका पुरुषों या महिलाओं में नि:संतानता का कारण बन सकता है?

इस बात को सत्‍यापित करती हुई ऐसा कोई वैज्ञानिक प्रमाण अब तक सामने नहीं आया है कि कोविड-19 का टीका महिलाओं या पुरुषों में नि:संतानता (बच्चे पैदा करने में असमर्थता) का कारक बन सकता है। इसी तरह कोविड-19 के परिणामस्वरूप नि:संतानत होने की भी जानकारी नहीं है।


क्या कोविशील्ड (ऑक्सफोर्ड/एस्ट्राजेनेका) के टीके से रक्त के थक्के बनते हैं?

कोविशील्ड किसी भी तरह से शरीर में खून के थक्के जमाने की तकलीफ के बढ़ते समग्र जोखिम से कतई संबंधित नहीं है। खून में मौजूद प्लेटलेट्स के निम्न स्तर के साथ असामान्य तौर पर खून के थक्‍के जमने के बहुत दुर्लभ मामले ही सामने आए हैं। खून के थक्‍के जमना उन दुर्लभ लक्षणों के साथ शामिल हैं जिन्हें शीघ्र चिकित्सा उपचार की आवश्यकता होती है: जैसे सांस फूलना; छाती या पेट में दर्द; एक पैर में सूजन या ठंड लगना, तेज या लगातार सिरदर्द या धुंधला नजर आना ; या इंजेक्शन की जगह पर त्वचा के नीचे महीन रक्त के धब्बे। यदि टीकाकरण लगने के बाद के हफ्तों में इनमें से कोई भी लक्षण दिखाई दे तो तत्काल चिकित्सा सहायता लेनी चाहिए।

टीकों से गंभीर दुष्प्रभाव दुर्लभ हैं लेकिन किसी भी टीके के साथ और किसी भी बीमारी के कुछ मामलों में वे नजर आते हैं । हालांकि, आज हम इतिहास का सबसे बड़ा सामूहिक टीकाकरण अभियान देख रहे हैं। बड़ी संख्या में लोगों को टीका लगाया जा रहा है और टीकों और महामारी पर ध्यान केंद्रित किया गया है, ऐसे में कुछ दुर्लभ प्रतिक्रियाएं आने की संभावना हो सकती है। यह देखा जाना बाकी है कि क्या अन्य कोविड-19 टीकों पर भी इसी तरह की दिक्‍कतें सामने आ सकती है, लेकिन यह देखते हुए कि एस्ट्राजेनेका को सबसे पहले मंजूरी दी गई थी और किसी भी अन्य की तुलना में कहीं अधिक लोगों को इसका डोज दिया जा चुका है, अब किसी भी प्रतिकूल घटनाओं के दिखने की संभावना दुर्लभ है क्‍योंकि अब तक काफी संख्‍या में लोगों को इसे लगाया जा चुका है।

स्रोत: https://www.gavi.org/vaccineswork/what-blood-clotting-disorder-astrazeneca-vaccine-has-been-linked


टीके से सबंधित मूल बातें टीका का निर्माण और वे कैसे काम करते हैं
इन टीकों को कौन-कौन से तत्‍वों से मिलाकर तैयार किया गया है?

आज टीके का निर्माण करने के लिए केवल उन्हीं तत्‍वों का उपयोग करते हैं जो सुरक्षित और प्रभावी हैं। एक टीके में हर तत्‍व एक विशिष्ट उद्देश्य को पूरा करता है। उदाहरण के लिए, वैक्सीन तत्‍व हो सकते है:

  1. जो एक विशिष्ट बीमारी के खिलाफ प्रतिरक्षा (सुरक्षा) प्रदान करने में सहायता करें।
  2. जो टीके को सुरक्षित और लंबे समय तक चलने में मदद करें
  3. जिन्‍हें टीके के उत्पादन के दौरान इस्तेमाल किया जा सकता है

तत्‍व जो प्रतिरक्षा दे सकते हैं-

टीकों में आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को प्रतिक्रिया देने और किसी बीमारी के खिलाफ प्रतिरोधक क्षमता बनाने में मदद करने के लिए सामग्री शामिल है। उदाहरण के लिए:

  • एंटीजन बहुत कम मात्रा में कमजोर या मृत रोगाणु होते हैं जो बीमारियों का कारण बन सकते हैं। वे आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को संक्रमणों से तेजी से और अधिक प्रभावी ढंग से लड़ने का तरीका सीखने में मदद करते हैं। फ्लू वायरस इसी एंटीजन का एक उदाहरण है।
  • एडजुवेंट्स, ये कुछ टीकों में पाये जाने वाले ऐसे पदार्थ होते हैं जो आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को टीके के प्रति अधिक दृढ़ता से प्रतिक्रिया करने में मदद करते हैं। इससे आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। एल्युमिनियमइसी का उदाहरण है।
  • मैसेंजर राइबोन्यूक्लिक  एसिड (mRNA), कुछ नए कोविड-19 टीकों में, यह एक सक्रिय घटक है जो उस व्‍यक्ति में एक प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया उत्पन्न करता है।

वे तत्‍व जो टीकों को सुरक्षित और लंबे समय तक बनाए रखते हैं-

कुछ तत्व यह सुनिश्चित करने में मदद करते हैं कि एक टीका वैसे ही काम करना जारी रखे जिस काम के लिए उसे बनाया गयाहै और यह बाहरी कीटाणुओं और बैक्टीरिया से मुक्त रहता है। उदाहरण के लिए:

  • प्रिजर्वेटिव टीके को बाहरी बैक्टीरिया या फंगस से बचाते हैं। आज, आमतौर पर प्रिजर्वेटिव का उपयोग केवल उन टीकों की शीशियों (कंटेनरों) में किया जाता है जिनकी एक से अधिक खुराक होती है। ऐसा इसलिए है क्योंकि जब भी उस शीशी से एक व्यक्तिगत खुराक ली जाती है, ऐसे मे हानिकारक कीटाणुओं का उसके अंदर जाना संभव हो सकता है। आज अधिकांश टीके एकल-खुराक वाली शीशियों में भी उपलब्ध हैं और उनमें प्रिजर्वेटिवनहीं होते हैं।
  • चीनी या जिलेटिन जैसे स्टेबलाइजर्स  टीकों में सक्रिय अवयवों को तब तक काम करते रहने में मदद करते हैं जब तक कि टीका तैयार होकर, संग्रहीत और स्थानांतरित नहीं हो जाता। स्टेबलाइजर्स टीकों में सक्रिय अवयवों को बदलने से रोकते हैं क्योंकि जिस स्‍थान पर टीकों को संग्रहीत किया जाता है वहां के तापमान में बदलाव हो जाता है।

टीकों के उत्पादन के दौरान प्रयुक्त सामग्री-

किसी व्यक्ति में वैक्सीन के काम करने के लिए वैक्सीन बनाने के लिए आवश्यक कुछ तत्‍वों की अब आवश्यकता नहीं है। इन सामग्रियों को उत्पादन के बाद बाहर निकाल दिया जाता है इसलिए अंतिम उत्पाद में केवल थोड़ी मात्रा ही बची रहती है। इन अवयवों की बहुत कम मात्रा जो अंतिम उत्पाद में रहती है, हानिकारक नहीं होती है। कुछ टीकों में प्रयुक्त सामग्री के उदाहरण हैं:

  • सेल कल्चर (विकास) सामग्री, वैक्सीन एंटीजन को विकसित करने में मदद करने के लिए।
  • टीके में वायरस, बैक्टीरिया या अन्‍य हानिका‍रक पदार्थों को कमजोर करने या मारने के लिए फॉर्मलडिहाइड जैसे निष्क्रिय (कीटाणुनाशक) तत्व
  • एंटीबायोटिक्स,  जैसे नियोमाइसिन, जिससे टीके में बाहरी कीटाणुओं और जीवाणुओं को पनपने से रोकने में मदद मिल सके।

यह दावा पूरी तरह से झूठा है कि इन टीकों में माइक्रोचिप या ट्रैकर है। इन टीकों में पारा होने का दावा भी झूठा है।

कोविशील्ड की संरचना में निष्क्रिय एडिनोवायरस शामिल हैं जिनमें कोरोनावायरस, एल्युमिनियम हाइड्रॉक्साइड जेल, एल-हिस्टिडाइन, एल-हिस्टिडाइन हाइड्रोक्लोराइड मोनोहाइड्रेट, मैग्नीशियम क्लोराइड हेक्साहाइड्रेट, पॉलीसोर्बेट 80, इथेनॉल, सूक्रोज, सोडियम क्लोराइड और डाइसोडियम एडिटेट डाइहाइड्रेट (ईडीटीए) शामिल हैं।

कोवैक्‍सीन की संरचना में निष्क्रिय कोरोनावायरस, एल्युमिनियम हाइड्रॉक्साइड जेल, TLR 7/8 एगोनिस्ट, 2-फेनोक्सीएथेनॉल और फास्फेट बफर सलाइन [NKA1] शामिल हैं।

सामग्री और संभावित एलर्जेंस के बारे में अधिक जानकारी के लिए, कृपया टीका लगवाने से पहले अपने प्रदाता से पूछें।


अन्य टीकों की तुलना में कोविड -19 का टीका इतनी जल्‍दी तैयार क्यों हो गया?

टीकाकरण की प्रक्रिया तेजी से जारी है क्योंकि टीके से संबंधित शोध और विकास, क्‍लीनिकल ट्रायल , निर्माण और वितरण की योजनाएं एक ही समय में हो रही हैं।

यह विधि एक के बाद एक इन प्रक्रियाओं को करने में होने वाली देरी को दूर करती है। हालांकि इस दौरान सुरक्षा सुनिश्चित करने के चरणों को किसी भी हाल में हटाया नहीं गया है।


टीकों का परीक्षण कैसे किया जाता है?

सभी टीके एक गहन परीक्षण प्रक्रिया से गुजरते हैं जिसमें टीके और उसके अवयवों की सावधानीपूर्वक जांच को शामिल किया गया है। ये परीक्षण टीके की सुरक्षा का मूल्यांकन करते हैं और यह पता लगाने में मदद करते हैं कि ये टीके किसी बीमारी को कितनी अच्छी तरह रोक सकते हैं। परीक्षण पहले शोध प्रयोगशालाओं में किए जाते हैं, और फिर यदि टीका प्रभावी और सुरक्षित साबित होता है, तो शोधकर्ता क्‍लीनिकल ट्रायल शुरू करने के लिए आवेदन कर सकते हैं।

क्‍लीनिकल ट्रायल में आम तौर पर हर चरण में प्रतिभागियों की बढ़ती संख्या के साथ तीन चरणों में कई हजार स्वस्थ लोगों को शामिल किया जाता है। सभी चरणों में परीक्षणों को राष्ट्रीय नियामक प्राधिकरणों द्वारा निर्धारित सख्त सुरक्षा नियमों का पालन करना होता है जो प्रतिभागियों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हैं। जब वैक्सीन निर्माता अपने टीके की स्‍वीक़ृति के लिए आवेदन करते हैं, तो सभी क्‍लीनिकल ट्रायल के परिणामों पर विचार किया जाता है।


कोविड -19 का टीका काम कैसे करता है?

फिलहाल कई कोविड-19 टीके विकसित, परीक्षण और स्वीकृत किए जा रहे हैं। वे सभी शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को कोरोनावायरस के खिलाफ सुरक्षा प्रतिक्रिया में वायरस को समझने और उसे रोकने के लिए हैं। वैक्सीन के प्रकारों में शामिल हैं:

  • निष्क्रिय या कमजोर वायरस के टीके, जो निष्क्रिय या कमजोर किए गए वायरस के एक रूप का उपयोग करते हैं, इसलिए यह बीमारी का कारण नहीं बनते हैं बावजूद इसके एक प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया देता है। उदाहरण के लिए: कोवैक्‍सीन।
  • वायरल वेक्टर टीके, जो आनुवंशिक कोड (जैसे डीएनए) को ले जाने के लिए एक परिवर्तित वायरस का उपयोग करते हैं और एक प्रोटीन का निर्माण करते हैं जो बिना कोविड-19 से संक्रमित हुए प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया को प्रेरित करता है। उदाहरण के लिए: कोविशील्‍ड।
  • mRNA टीके, जिसमें कोरोनावायरस स्पाइक प्रोटीन बनाने के लिए “मैसेंजर RNA” होता है। यह प्रोटीन अकेले कोविड-19 का कारण नहीं बन सकता है। हमारी कोशिकाएं इस mRNA का उपयोग वायरल प्रोटीन बनाने के लिए करती हैं जो हमारे प्रतिरक्षा तंत्र को कोविड-19 से लड़ने के लिए जरूरी एंटीबॉडी बनाने का प्रेरित करता है। उदाहरण के लिए: फाइजर।

आप अपनी और अपने परिवार की कोविड-19 से सुरक्षा कैसे करें
कोविड -19 होने के जोखिम को कम करने के लिए मेरे परिवार द्वारा क्या कदम उठाये जा सकते हैं?

अपने बीमार होने के जोखिम को कम करने में मदद करने के लिए हर रोज सुरक्षा उपायों का अभ्यास करें, और अपने घर के सभी सदस्‍यों को भी ऐसा करने के लिए कहें। ये क्रियाएं विशेष रूप से बुजुर्गों और लंबे समय से किसी शारीरिक समस्या से ग्रस्‍त मरीजों के लिए महत्वपूर्ण हैं:

  • जो लोग बीमार हैं उनके  संपर्क में आने से बचें।
  • जब आप बीमार हों तब घर पर रहें, सिवाय इसके कि जब आपको चिकित्सा देखभाल की आवश्यकता हो।
  • खाँसते या छींकते वक्‍त कोहनी या टीशू पेपर का इस्‍तेमाल करें। इसके बाद टीशू पेपर को कूड़ेदान में फेंक दें। फिर अच्‍छे से हाथ धो लें।
  • अपने हाथों को अक्सर साबुन और पानी से कम से कम 20 सेकंड तक धोएं, खासकर नाक पोंछने, खांसने, छींकने, बाथरूम जाने और खाना पकाने या खाने से पहले।
  • यदि आपके पास साबुन और पानी नहीं है, तो अल्कोहल-युक्‍त हैंड सैनिटाइज़र का उपयोग करें जिसमें कम से कम 60% अल्कोहल हो। अगर हाथ दिखने में गंदे हैं तो हमेशा साबुन और पानी से हाथ धोएं।
  •  उन सतहों और वस्तुओं को साफ और विसंक्रमित करते रहें जिन्हें लोग अक्‍सर छूते हैं (जैसे, फोन, अन्य इलेक्ट्रॉनिक्स, टेबल, काउंटरटॉप्स, लाइट स्विच, दरवाजे के हत्‍थे और कैबिनेट हैंडल)।
  • टीका लगवाएं।

क्या मुझे कोविड -19 से बचाव के लिए फेसमास्क या फेस कवर का उपयोग करना चाहिए?

जब आप बाहर सार्वजनिक स्‍थान उदाहरण के लिए किराने की दुकान पर जाते समय आपको अपने मुंह और नाक को कपड़े से ढकना चाहिए। यह दूसरों को और खुद को कोविड-19 होने के जोखिम से बचाने के लिए बेहद जरूरी है, क्योंकि कोई व्यक्ति दूसरों को वायरस फैला सकता है, भले ही वह खुद बीमार महसूस न करें।

फेस कवर मुंह और नाक को पूरी तरह से ढकना चाहिए। अपना फेस कवर किसी के साथ साझा नहीं करना चाहिए, और हर व्यक्ति का अपना फेस कवर होना चाहिए। इसी तरह फेस कवर के दो सेट होने उपयोगी हैं ताकि एक को धोया जा सके जबकि दूसरे का उपयोग किया जा सके।

जिन लोगों को सांस लेने में तकलीफ है, या 2 साल से कम उम्र के बच्चे, या जो लोग बिना मदद के मास्क नहीं हटा सकते हैं, उन्हें कपड़े से बने फेस कवर का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।

कपड़े का बना फेस कवर शारीरिक दूरी का विकल्प नहीं है। आपको अपने और दूसरों के बीच 6 फीट की दूरी बनाए रखनी चाहिए। हाथ धोना अभी भी बहुत महत्वपूर्ण है, और इसी तरह फेस कवर पहनने से पहले भी हाथों को धोना चाहिए।

तीन परत वाला मेडिकल/सर्जिकल फेस मास्क विशेष रूप से उन लोगों के लिए इस्‍तेमाल करने को बताया गया है जो कोविड-19 से संक्रमित हैं और / या उनमें लक्षण नजर आ रहे हैं और जो ऐसे संक्रमितों की देखभाल कर रहे हैं।

अपने मास्क को ठीक से फिट करने का तरीका जानने के लिए कृपया WHO का यह वीडियो देखें:

स्रोत:


‘सोशल डिस्टेंसिंग’ का अभ्यास करने का क्या अर्थ है?
  • दूसरों के साथ खुद से कुछ दूरी बनाए रखना (6 फीट या 2 मीटर दूर)।
  • इस दौरान सार्वजनिक परिवहन, टैक्सी या वाहन साझा नहीं करना।
  • भीड़-भाड़ वाली जगहों से बचना (उदाहरण के लिए: शॉपिंग सेंटर, स्कूल, कार्यस्थल, मूवी थिएटर और पूजा के स्थान जैसे चर्च, मंदिर, सभास्थल और मस्जिद)।

मुझे अपने और अपने परिवार को कोविड -19 से बचाने के लिए अपने घर को कैसे साफ और विसंक्रमित करना चाहिए?

नियमित रूप से टेबल, दरवाजे के हत्‍थे, लाइट स्विच, काउंटरटॉप्स, हैंडल, डेस्क, फोन, कीबोर्ड, शौचालय, नल और सिंक जैसी बार-बार छुई जाने वाली सतहों को साफ और विसंक्रमित करते रहें।

सफाई और कीटाणुरहित करने के बाद, अपने हाथों को अल्कोहल-आधारित हैंड सैनिटाइज़र से साफ करें या साबुन और पानी से धोएं। अपनी आंख, मुंह या नाक को छूने से बचें।

साभार स्रोत: https://www.cdc.gov/coronavirus/2019-ncov/faq.html और https://www.mohfw.gov.in/


नया  कोविड -19  संक्रमण को रोकने के लिए बेहतर वेंटिलेशन कितना महत्वपूर्ण है?

वेंटिलेशन या वायु प्रवाह वायरस के कणों को आपके घर में मौजूद हवा में इकट्ठा होने से रोकने में मदद कर सकता है। अन्य सुरक्षा उपायों जैसे कि 6 फीट (2 मीटर) दूर रहना और मास्क पहनना के साथ ही बेहतर वेंटिलेशन आपको कोविड-19 से संक्रमित होने और इसके वायरस को फैलने से रोकने में मदद कर सकता है।

अपने घर में वेंटिलेशन को बेहतर बनाने के तरीके:

  1. जितना हो सके अपने घर में ताजी हवा लाएं।

 

अपने घर में बाहर की प्राकृतिक ताजी हवा अंदर लाने से वायरस के कणों को अंदर इकट्ठा होने से रोकने में मदद मिलती है। बेहतर वेंटीलेशन का मतलब किसी भी प्रकार के संक्रमण को फैलने से बचाने की कम संभावना से है।

  • यदि ऐसा करना सुरक्षित है, तो बाहर की ताजी हवा लाने के लिए जितना हो सके दरवाजे और खिड़कियां खोलें। उन्हें पूरी तरह खोलना बेहतर है, यहां तक कि एक खिड़की की छोटी सी दरार से भी कुछ मदद मिल सकती है।
  • यदि संभव हो तो अधिक ताजी हवा को अंदर जाने देने के लिए कई दरवाजे और खिड़कियां खोलें।
  • अगर ऐसा करना आपके या अन्य लोगों के लिए असुरक्षित है तो खिड़कियां और दरवाजे न खोलें (उदाहरण के लिए, यदि छोटे बच्चे, पालतू जानवर, गिरने का जोखिम, बाहरी प्रदूषण का उच्च स्तर, या यदि यह अस्थमा के लक्षण बढ़ने का खतरा हो)।
  1. अपने घर की हवा को फिल्‍टर कर लें।
  • अगर खिड़कियां या दरवाजे खोलना असुरक्षित है, तो हवा में वायरस के कणों को कम करने के अन्य तरीकों के बारे में सोचें, जैसे एयर क्लीनर और बाथरूम या स्टोव एग्जॉस्ट फैन का उपयोग करना (नीचे बिंदु संख्‍या 2 देखें)।
  • पोर्टेबल पंखे और कार्डबोर्ड का उपयोग करके एयर क्लीनर बनाना सीखें।
  1. अपने बाथरूम और किचन में एग्जॉस्ट फैन चालू करें।
  • आपके स्‍टोव के ऊपर और बाथरूम की हवा को बाहर निकालने में एग्जॉस्ट फैन मदद कर सकते हैं। आप एक फ्री-स्टैंडिंग पंखे को बाहर की ओर मोड़कर (बाहर की ओर हवा के प्रवाह को बेहतर बनाने के लिए) इसे एग्जॉस्ट फैन में बदल सकते हैं।
  • हालांकि कुछ स्टोव एग्जॉस्ट फैन हवा बाहर नहीं निकालते हैं, फिर भी वे हवा के प्रवाह में सुधार कर सकते हैं और वायरस के कणों को एक जगह इकट्ठा होने से रोक सकते हैं।
  • अगर आपके घर में मेहमान आए हैं तो अपने स्टोव और अपने बाथरूम में एग्जॉस्ट फैन को चालू रखें। आपके आगंतुकों के जाने के एक घंटे बाद तक एग्जॉस्ट पंखे चालू रखें ताकि हवा में मौजूद वायरस कणों को हटाने में मदद मिल सके।
  1. हवा के प्रवाह में सुधार के लिए पंखे का प्रयोग करें।
  • जितना संभव हो सके एक पंखे को खुली खिड़की के बाहर की ओर मुंह करके रखें। यह आपके घर के बाहर हवा फेंककर वायरस के कणों को दूर करने मदद करता है। खुली खिड़की के बिना भी, पंखे हवा के प्रवाह में सुधार कर सकते हैं।
  • पंखों को लोगों की तरफ लगाने से बचें। लोगों की ओर पंखे लगाने से दूषित हवा सीधे उन पर प्रवाहित हो सकती है।
  • घर में हवा के प्रवाह को बेहतर बनाने में मदद करने के लिए छत के पंखे का उपयोग करें चाहे खिड़कियाँ खुली हों या नहीं।

से साभार: https://www.cdc.gov/coronavirus/2019-ncov/prevent-getting-sick/Improving-Ventilation-Home.html और https://static.psa.gov.in/psa-prod/publication/Ventilation_PSA_FORPRESS_V1_May19-compressed.pdf )


नया  अगर मेरे घर में मेहमान आ जाते हैं, तो मैं कोविड -19 फैलने के जोखिम को कैसे कम कर सकता हूं?

अपने घर में आने वाले मेहमानों की संख्या और घर के भीतर मेहमानों के साथ बिताए समय को सीमित करें।

  • अगर आप बीमार नहीं हैं, और यदि संभव हो तो शारीरिक रूप से उचित दूरी (6 फीट या 2 मीटर दूर रहें)बनाकर बाहर मिलें हों।
  •  आपके घर के अंदर जितने अधिक लोग होंगे, और वे जितने अधिक समय तक रहेंगे, उतने ही अधिक वायरस के कण जमा हो सकते हैं।
    • अपने घर में मेहमानों की संख्या सीमित करें।
    •  सुनिश्चित करें कि जब मेहमान आपके घर में हों तो हर कोई अपनी नाक और मुंह पर मास्क पहने- इसमें मेहमान और आपके घर में रहने वाले सदस्‍य भी शामिल हैं।
    •  बड़े कमरों या बड़ी जगह में इकट्ठा होने का प्रयास करें जहां आप आपस में कम से कम 6 फीट (2 मीटर) दूर रह सकते हैं।
    •  हवा के आवागमन के लिए दरवाजे और खिड़कियां खुली रखें।
    • यह मुलाकात यथासंभव छोटी रखें।
    • हवा में मौजूद वायरस के कणों को हटाने में मदद करने के लिए मेहमानों कों के जाने के बाद एग्जॉस्ट फैन चालू रखें और उन्हें एक घंटे तक चलने दें। अगर आपके पास एग्जॉस्ट फैन
    • नहीं है, तो एक पंखे को यथासंभव खुली खिड़की के पास, बाहर की ओर मुंह करके रखें। यह आपके घर के बाहर हवा निकालकर वायरस के कणों से छुटकारा दिलाने में मदद करता है।

अपने जोखिम के बारे में पता लगाने और उन्‍हें समझने के लिए, यहां जाएं:https://covid-19.forhealth.org/covid-19-transmission-calculator/


लक्षण, जांच और उपचार
कोविड-19 के लक्षण क्या हैं?

कोविड-19 के मुख्य लक्षण बुखार, खांसी और सांस लेने में तकलीफ आदि हैं। अन्य लक्षणों में बार-बार कंपकंपी देकर ठंड लगना, मांसपेशियों में दर्द, सिरदर्द, गले में खराश और स्वाद या गंध की कमी शामिल हैं।

कोविड-19 से संक्रमित लोगों को थकान, बंद नाक (भरी हुई नाक), या दस्त भी हो सकते हैं। हालांकि, संक्रमित होने वाले कई लोगों में एक भी लक्षण नहीं नजर आते हैं।

अधिकांश लोग जो कोविड-19 से संक्रमित होते हैं, वे विशेष उपचार की आवश्यकता के बिना भी ठीक हो जाते हैं। हालांकि, कुछ बहुत गंभीर तौर पर बीमार हो जाते हैं। इसलिए बेहतर होगा कि कृपया अपने चिकित्सक से किसी भी तरह के अन्य लक्षण के बारे में बात करें जो आपमें मौजूद हो और गंभीर स्थिति में है।


क्या वयस्कों की तुलना में बच्चों में कोविड-19 के लक्षण अलग हैं?

नहीं, बच्चों और वयस्कों में कोविड-19 के लक्षण समान हैं। हालांकि, जिन बच्‍चों में कोविड-19 का संक्रमण पाया गया, उनमें आमतौर पर हल्के लक्षण दिखाई दिये हैं। बच्चों में रिपोर्ट किए गए लक्षणों में सर्दी जैसे लक्षण शामिल हैं, जैसे बुखार, नाक बहना और खांसी। इसके अतिरिक्‍त कुछ बच्‍चों में उल्टी और दस्त की भी जानकारी मिली है। यह अभी तक ज्ञात नहीं है कि क्या कुछ बच्चों को गंभीर बीमारी के लिए उच्च जोखिम हो सकता है, उदाहरण के लिए, क्‍या किसी खास चिकित्सा स्थितियों वाले बच्‍चों को विशेष स्वास्थ्य देखभाल की जरूरत हुई। इस बारे में बहुत कुछ जानना बाकी है कि यह महामारी बच्चों को कैसे प्रभावित करती है।

स्रोत: https://www.cdc.gov/coronavirus/2019-ncov/faq.html


कोविड-19 के लिए किसे टेस्ट कराने की आवश्यकता है?

जहां भी संभव हो, अगर किसी व्‍यक्ति में कुछ लक्षण नजर आ रहे हैं तो उसकी जांच की जानी आवश्‍यक है। जिन लोगों में लक्षण नहीं हैं, लेकिन किसी ऐसे व्यक्ति के साथ निकट संपर्क है जो संक्रमित है, या हो सकता है, वे भी जांच करवा सकते हैं – इसके लिए अपने स्थानीय स्वास्थ्य दिशानिर्देशों की जांच करें और उनके बताए मार्गदर्शन का पालन करें। यदि आपमें लक्षण नजर आ रहे हैं और आपको लगता है कि आपको जांच करवाने की आवश्यकता है, यदि संभव हो तो, व्यक्तिगत रूप से देखभाल करने से पहले फोन द्वारा किसी चिकित्सा प्रदाता से इस बारे में संपर्क करें।

जब एक व्यक्ति जांच के परिणाम की प्रतीक्षा कर रहा है, तब तक उसे दूसरों से आइसोलेट हो जाना चाहिए। चूंकि फिलहाल जांच करने की क्षमता सीमित है, तो ऐसे में बेहतर होगा कि पहले उन लोगों की जांच की जानी चाहिए जिनमें संक्रमण का जोखिम अधिक है, जैसे कि स्वास्थ्य कार्यकर्ता, और गंभीर बीमारी के उच्च जोखिम वाले लोग जैसे कि वृद्ध लोग, विशेष रूप से वे जो वरिष्ठ नागरिक जो दीर्घकालिक देखभाल सुविधाओं में रहते हैं।

भारत में परीक्षण केंद्रों के बारे में जानकारी के लिए कृपया देखें:

प्रयोगशालाओं का नक्शा- https://covid.icmr.org.in/index.php/testing-facilities

स्‍वीकृत प्रयोगशालाओं की सूची- https://www.icmr.gov.in/pdf/covid/labs/COVID_Testing_Labs_11052021.pdf


नया  भारत में कोविड-19 की कौन से टेस्ट स्वीकृत हैं?

भारत में कोविड-19 वायरस का पता लगाने के लिए कई तरह की जांचों को मंजूरी दे दी गई है। ये जांचें नाक या मौखिक (मुंह में) स्वैब के साथ की जाती हैं। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) ने वर्तमान कोविड-19 संक्रमण का पता लगाने के लिए निम्नलिखित जांचों को मंजूरी दी है:

  • रीयल-टाइम पोलीमिरेज़ चेन रिएक्शन (RT-PCR)
  • न्यूक्लिक एसिड एम्प्लीफिकेशन टेस्ट (एनएएटी)
  • ट्रूनेट टेस्ट
  • कार्ट्रिज-आधारित न्यूक्लिक एसिड एम्प्लीफिकेशन टेस्ट (सीबीएनएएटी)
  • अदर मॉलीक्‍यूलर-न्यूक्लिक एसिड (एम-एनए)  टेस्ट
  • एंटीजन टेस्‍ट

ICMR ने हाल ही में घरेलू परीक्षण किटों को भी मंजूरी दी है जो रैपिड एंटीजन टेस्ट (RAT) हैं। ICMR-स्‍वीकृत किट का उपयोग करते हुए होम टेस्टिंग की सलाह केवल उन लोगों को दी जाती है जो जो किसी ऐसे व्यक्ति के संपर्क में आए हैं, जिसमें कोविड-19 के पुष्ट मामले हैं और अब उनमें भी लक्षण नजर आ रहे हैं।

जब आप में कोविड-19 के लक्षण नजर आते हैं, जैसे कि बुखार, नाक बहना और गले में खराश, या आप कोविड-19 वाले किसी व्यक्ति के संपर्क में आए हैं, तो जांच करवाएं, और परिणाम मिलने तक खुद को आइसोलेट कर लें।

पिछले प्रकार के कोविड-19 संक्रमण का पता लगाने के लिए, एक एंटीबॉडी परीक्षण (जिसे सीरोलॉजी परीक्षण के रूप में भी जाना जाता है) का उपयोग किया जा सकता है। ये परीक्षण खून के नमूने लेकर किए जाते हैं। वर्तमान संक्रमण का निदान करने के लिए एंटीबॉडी परीक्षणों का उपयोग नहीं किया जाना चाहिए। उनका उपयोग पिछले प्रकार के हुए कोविड-19 मामलों की संख्या के बारे में जानकारी जुटाने और उनकी निगरानी करने के लिए किया जाता है।

अधिक जानकारी के लिये कृपया यहां देखें:  https://www.icmr.gov.in/index.html


अगर मुझे लगता है कि मैं बीमार हूँ तो मुझे क्या करना चाहिए?

अगर आपको लगता है कि आप कोविड -19 से संक्रमित हो गए हैं और आप में बुखार और खांसी या सांस लेने में कठिनाई जैसे लक्षण नजर आ रहे हैं, तो जरूरी चिकित्सा सलाह के लिए अपने स्वास्थ्य सेवा प्रदाता को कॉल करें। अगर आप बीमार हैं तो आपको घर पर ही रहना चाहिए और जितना हो सके दूसरों से दूरी बनाकर रखना चाहिए। कई मामले सामने आए हैं जिसमें पाया गया है कि बहुत से लोग घर पर रहकर ही ठीक हो गये। हालांकि, अगर आपको लगता है कि यह एक आपात स्थिति है, तो डॉक्‍टर की देखभाल सुनिश्चित करें। अगर आप देखभाल चाहते हैं, तो यह सुनिश्चित करने के लिए कॉल करें ताकि उन्हें पता रहे कि आपको कोविड-19 हो सकता है ताकि स्वास्थ्य कार्यकर्ता अपनी सुरक्षा उपाय कर सकें।


नया  अगर मेरे घर में किसी को कोविड-19 संक्रमण हो गया है तो मुझे क्या करना चाहिए?
  1. अगर संभव हो तो बीमार व्यक्ति के रहने के लिए अलग कमरा या जगह की व्‍यवस्‍था करें और दूसरों से दूरी बनाकर रखें। कमरे में खिड़कियां या बाहर के दरवाजे खुले रखें ताकि दूसरों को कोविड -19 से बचाने के लिए बेहतर वेंटीलेशन की व्‍यवस्‍था बनी रहे।
  2. बीमार व्यक्ति के संपर्क में आने के लिए घर के किसी एक सदस्य को चुनें। जब तक घर का कोई सदस्‍य बीमार है तब तक देखभाल करने वाले का घर के बाहर के लोगों से संपर्क नहीं होना चाहिए।
  3. कोविड -19 से संक्रमित व्‍यक्ति से कम से कम संपर्क में रहें। अपनी नाक और मुंह पर 3-परत वाला मेडिकल मास्क या N95 मास्क पहनें। यदि यह संभव न हो तो डबल मास्क (डिस्पोजेबल सर्जिकल मास्क के ऊपर कपड़े का मास्क) पहनें । <जो एलन से मिला इन्फोग्राफिक डालें>
  4. समय- समय पर हाथ धोएं।
  5. बीमार व्यक्ति के लिए अलग बर्तन का प्रयोग करें।
  6. ऐसी सतहों को विसंक्रमित करते रहें जो ज्‍यादा छुई जाती हैं, जैसे कि टेबलटॉप, दरवाजे के हत्‍थे और बिजली के स्विच।
  7. बीमार व्यक्ति के लक्षणों, तापमान और ऑक्सीजन सैचुरेशन लेवल (पल्स ऑक्सीमीटर का उपयोग करके) की निगरानी करें।
  8. यदि व्यक्ति में ये गंभीर समस्‍याएं हैं तो विशेष ध्यान दें, जैसे कि:
    • बुजुर्ग
    • उच्च रक्तचाप है
    • हृदय रोग है
    • गुर्दे की बीमारी है
    • डायबिटीज है
    • अन्य गंभीर बीमारियाँ है।
  9. बीमार व्यक्ति को भरपूर आराम दें और खूब पानी पीने की सलाह दें।
  10. बीमार व्यक्ति के लिए डॉक्टर को बुलाएं अगर:
    • सांस लेने में कठिनाई हो
    • किसी तरह का भ्रम हो रहा हो।
    • बोलने/ चलने में असमर्थता हो।
    • सीने में दर्द
    • ऑक्सीजन सैचुरेशन लेवल में गिरावट हो।

ज्‍यादा  जानकारी के लिये कृपया यहां देखें: https://www.mohfw.gov.in/COVID_vaccination/vaccination/faqs.html


नया  कोविड-19 से संक्रमित लोगों को होम आइसोलेशन में कब चले जाना चाहिए?

लक्षण शुरू होने के कम से कम 10 दिनों के बाद और जब कम से कम 3 दिनों तक उन्‍हें बुखार न आ रहा हो, तो होम आइसोलेशन के रह रहे लोग आइसोलेशन खत्म कर सकते हैं। होम आइसोलेशन की अवधि समाप्त होने के बाद जांच की कोई आवश्यकता नहीं है।

ज्‍यादा जानकारी के लिये कृपया यहां देखें: https://www.mohfw.gov.in/COVID_vaccination/vaccination/faqs.html


गंभीर जोखिम
कोविड-19 से होने वाली गंभीर जटिलताओं का खतरा किसे है?

हर उम्र के लोग कोविड -19 से संक्रमित हो सकते हैं, लेकिन कुछ लोगों को इस संक्रमण से बहुत अधिक बीमार होने का खतरा होता है। इनमें शामिल हैं:

  • बुजुर्ग
  • जिन लोगों को हृदय रोग, मधुमेह, फेफड़ों की बीमारी जैसी लंबी समय से चली आ रही तकलीफ हों।

हालांकि, इसका मतलब यह नहीं है कि अन्य लोग कोरोना संक्रमित नहीं होंगे या इससे सुरक्षित होंगे। हर कोई इस संक्रमण के जोखिम में है; कुछ बाकी की तुलना में अधिक जोखिम में हैं।


क्या दिव्‍यांगों को कोविड-19 संक्रमण या इसके गंभीर लक्षण होने का खतरा अधिक है?

ऐसा कोई प्रमाण नहीं है कि दिव्‍यांग लोगों को स्वाभाविक रूप से कोविड -19 से संक्रमित होने या गंभीर बीमारी होने का उच्च जोखिम नहीं है। शारीरिक अक्षमताओं या अन्य अक्षमताओं वाले कुछ लोगों को उनकी जारी चिकित्सा प्रक्रिया के कारण संक्रमण का जोखिम उच्च हो सकता है।

यदि आपको स्वास्थ्य के बारे में कोई सवाल पूछना है या आप यह जानना चाहते हैं कि आपकी स्वास्थ्य स्थिति का प्रबंधन कैसे किया जा रहा है, तो आपको अपने स्वास्थ्य सेवा प्रदाता से बात करनी चाहिए।

स्रोत से साभार:  https://www.cdc.gov/coronavirus/2019-ncov/faq.html#Higher-Risk


नया  अगर मैं इस दौरान यौन या घरेलू हिंसा से संबंधित मुद्दों से जूझ रहा/रही हूं तो मेरे पास कौन से संसाधन उपलब्ध हैं?

अगर आपको या आपके किसी परिचित को किसी प्रकार की हिंसा का खतरा महसूस हो रहा है, तो कृपया निकटतम पुलिस स्टेशन (पुलिस हेल्पलाइन, फोन 1091) या भारत सरकार के राष्ट्रीय महिला आयोग (घरेलू हिंसा हेल्पलाइन, फोन 181) से संपर्क करें।

कोविड -19 जैसी महामारी का व्यक्तियों, परिवारों और देशों पर गहरा प्रभाव पड़ता है। लोगों को न केवल बीमारी के परिणामों से निपटना पड़ता है, बल्कि बीमारी को रोकने के लिए किए गए उपायों के संभावित परिणामों जैसे कि क्‍वारंटाइन, सामाजिक दूरी और लॉकडाउन से भी निपटना पड़ता है। व्यक्तियों को स्वास्थ्य, आर्थिक और सुरक्षा संबंधी चिंताओं का सामना करना पड़ता है, और ये उनके मानसिक स्वास्थ्य और उनके संबंधों को प्रभावित कर सकते हैं। चूंकि लोगों को कहीं भी आने जाने की मनाही है। ऐसे में जो लोग कटु संबंधों में हैं, उन्हें अधिक चुनौतियों का सामना करना पड़ता है, क्योंकि वे दुर्व्यवहार करने वालों के साथ ज्‍यादा समय तक आस-पास रहते है। ऐसे में उन्‍हें सही समय पर सहायता हासिल करने में मुश्किल हो सकती है।

यूएन महिला संघ ने कोविड -19 महामारी के दौरान महिलाओं और बच्चों (अधिकांश लड़कियां) के खिलाफ हिंसा में वृद्धि दर की जानकारी दी है। इसलिए, इस मुद्दे पर बात करना और भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि इससे भविष्‍य में संकट और संभवतः उनमें एक स्‍तर पर मानसिक आघात हो सकता है।

स्रोत: कोविड -19 महामारी के समय में मानसिक स्वास्थ्य, NIMHANS, https://www.mohfw.gov.in/pdf/COVID19Final2020ForOnline9July2020.pdf


कोविड-19 कैसे फैलता है
कोविड-19 कैसे फैलता है?

नोवेल कोरोनावायरस (SARS-CoV-2) के कारण होने वाला कोविड-19 संक्रमण उस संक्रमित व्यक्ति के मुंह या नाक के जरिये छोटे तरल कणों में फैल सकता है जब वे खांसते, छींकते, बोलते, गाते या सांस लेते हैं। ये कण बड़ी श्वसन बूंदों से लेकर छोटे एरोसोल (हल्के कण जो तैर ​​सकते हैं और बूंदों की तुलना में तीन घंटे तक हवा में रह सकते हैं) हो सकते हैं।

वर्तमान साक्ष्य बताते हैं कि वायरस मुख्य रूप से उन लोगों के बीच फैलता है जो एक दूसरे के निकट संपर्क में आमतौर पर 2 मीटर / 6 फीट के भीतर रहते हैं। इसलिए लोगों को एक-दूसरे से कम से कम 6 फीट की दूरी बनाकर रखनी चाहिए। जब एक व्यक्ति एरोसोल या वायरस युक्त बूंदों की हवा में साँस लेता है या सीधे आंखों, नाक या मुंह के संपर्क में आता है तो वह संक्रमित हो सकता है। बेहतर फिटिंग वाला मास्क पहनने से इस जोखिम को कम करने में मदद मिल सकती है।

वायरस खराब वेंटिलेशन वाले और/या भीड़-भाड़ वाली इनडोर सेटिंग में भी फैल सकता है। इन मामलों में, एरोसोल हवा में मौजूद रहते हैं या 2 मीटर / 6 फीट से अधिक दूरी तक जा सकते हैं। जब संभव हो घर के अंदर, उचित वेंटिलेशन के लिए खिड़कियां और दरवाजे खोलकर रखें।

लोग उन सतहों को छूने से भी संक्रमित हो सकते हैं जहां वायरस युक्त बूंदें मौजूद होती हैं और फिर वे अपनी आंखों, नाक या मुंह को छू लेते हैं। अपने हाथों को नियमित रूप से साबुन और पानी से धोएं और बार-बार छुई जाने वाली सतहों, जैसे कि दरवाजे के हत्‍थे, टेबलटॉप, स्विच और मोबाइल फोन को विसंक्रमित करते रहें।

वायरस के फैलने को बेहतर ढंग से समझने और इसके लिए कौन सी सेटिंग्स सबसे अधिक जोखिम भरी हैं और क्यों हैं, इसे बेहतर ढंग से समझने के लिए कई शोध जारी हैं। वायरस के तमाम प्रकार  का अध्ययन करने के लिए भी शोध चल रहे हैं जो बताते हैं वायरस के प्रकार क्‍यों फैलने रहे हैं और क्यों कुछ प्रकार दूसरों की तुलना में अधिक आसानी से फैल जाते हैं।

अधिक जानकारी के लिये कृपया यहां देखें: https://www.who.int/news-room/q-a-detail/coronavirus-disease-COVID-19-how-is-it-transmitted

कमरे के अंदर के वातावरण में कोविड-19 फैलने को समझने के लिए, यहां जाएं: https://covid-19.forhealth.org/covid-19-transmission-calculator/


क्या हम किसी ऐसे व्यक्ति से भी संक्रमित हो सकते हैं जिसमें कोविड-19 के कोई लक्षण न हो?

हाँ, बिल्‍कुल। संक्रमित लोग लक्षण विकसित होने से 2 दिन पहले तक वायरस को अन्य लोगों तक पहुंचा सकते हैं। भले ही उनमें लक्षण नजर न आ रहे हों, संक्रमित लोग संक्रामक हो सकते हैं, और उनसे वायरस दूसरे लोगों में फैल सकता है। और जो लोग गंभीर तौर पर संक्रमित होते हैं वे लंबे समय तक संक्रामक हो सकते हैं।

अधिक जानकारी के लिये कृपया यहां देखें: https://www.who.int/news-room/q-a-detail/coronavirus-disease-covid-19-how-is-it-transmitted


क्या कोई व्यक्ति जिसे कोविड-19 संक्रमित होने पर क्वारंटाइन किया गया है, वह दूसरों को संक्रमित कर सकता है?

क्‍वारंटाइन का अर्थ है किसी ऐसे व्यक्ति या लोगों के समूह को अलग करना जो कोरोना संक्रमण जैसी बीमारी के संपर्क में आए हैं, लेकिन उन लोगों में बीमारी के लक्षण विकसित नहीं हुए हैं या नजर नहीं आये हैं। क्वारंटाइन का मकसद उस संक्रमण को फैलने से रोकना है। कोविड-19 वायरस के समान कोरोना वायरस के संपर्क में आने वाले व्यक्ति में आमतौर पर 14 दिनों के भीतर बीमारी विकसित होती है। इस वजह से, एक व्यक्ति जो किसी अन्य संक्रमित व्यक्ति से वायरस के संपर्क में आया हो, उसे 14 दिनों की अवधि के लिए खुद को क्वारंटाइन करना चाहिए। इस अवधि के दौरान, वे दूसरों में बीमारी संक्रमित और/या फैला सकते हैं। क्वारंटाइन अवधि से बाद, व्यक्ति से बीमारी बढ़ने या किसी अन्‍य को संक्रमित होने का जोखिम नहीं होता है।


नया मानसिक स्‍वास्‍थ्‍य और देखभाल
नया  मैं कोविड-19 के दौरान मानसिक स्वास्थ्य और देखभाल को कैसे व्‍यवस्थित रखूँ?

जब हम इस तरह के संकट से गुजर रहे होते हैं तो स्वस्थ जीवनशैली को बनाए रखना मुश्किल होता है। वित्त संबंधित तनाव, बच्‍चों की देखभाल, बुजुर्ग माता-पिता, और नौकरी की सुरक्षा से संबंधित अनिश्चितता और चिंताएं हमारी दिनचर्या, जीवन शैली और मानसिक स्वास्थ्य को अस्‍त-व्‍यस्‍त कर देती हैं। भविष्य के बारे में अनिश्चितता, कोरोना महामारी को लेकर लगातार जारी समाचार कवरेज, और सोशल मीडिया पर मौजूद सूचनाओं और गलत सूचनाओं की बाढ़ हमारी चिंता को और बढ़ा सकती है।

इस प्रकार की स्थितियां सामने आने पर तनाव होना एक सामान्य प्रतिक्रिया है। तनाव हमारे सोने और खाने के पैटर्न में गड़बड़ी कर सकता है, साथ ही यह चिड़चिड़ापन, भावनात्मक उथल-पुथल, निराशा और शराब या अन्य दवाओं के सेवन की ओर भी ले जाता है। यदि आप ऐसा कुछ अनुभव कर रहे हैं तो कृपया सहायता लेने में संकोच न करें। एक स्वस्थ जीवनशैली का होना और जितना हो सके अपनी दिनचर्या का पालन करने रहना भी महत्वपूर्ण है।

तनाव को प्रबंधित करने और अपने मानसिक, शारीरिक स्वास्थ्य और सामाजिक कल्याण को बढ़ावा देने के तरीकों को जानने के लिए निम्न पर क्लिक करें:

मानसिक स्‍वास्‍थ्‍य के लिए टिप्स

शारीरिक स्‍वास्‍थ्‍य के लिए टिप्स

सामाजिक परस्‍परता की बेहतरी के लिए टिप्स


नया  कोविड-19 संक्रमित होने पर आइसोलेशन के दौरान मानसिक स्वास्थ्य का प्रबंधन कैसे करूँ?

होम आइसोलेशन के महत्व पर चर्चा करें

  • अपने घर में रहने वालों को होम आइसोलेशन (घर पर एकांत में रहना) का महत्व समझाएं।
  • इस बारे में स्पष्ट रहें कि आपको कितने समय तक अलग (अकेले रहना) रहना है। यह आमतौर पर 10 दिनों के लिए होता है।

शेड्यूल तय करें

  • खाने और सोने जैसी बातों के साथ नियमित दिनचर्या निर्धारित करें।
  • कोई नई हॉबी पर काम शुरू कर सकते हैं, जब आप बेहतर महसूस कर रहे हों।

स्वस्थ जीवनशैली बनाए रखें

  • सेहत के लिए बेहतर आदतों का पालन करने का प्रयास करें, जिसमें पौष्टिक भोजन करना , व्यायाम करना और अच्छी नींद लेना शामिल है।
  • किसी भी हाल में शराब या धूम्रपान का उपयोग न करने का प्रयास करें।

सामाजिक सहयोग लें

  • फोन, ऑनलाइन, या अन्य संचार चैनलों द्वारा सामाजिक नेटवर्क से दूर रह कर लोगों से जुड़ें।

मीडिया से दूरी बरतने का प्रबंध करें

जरूरत पड़ने पर अतिरिक्त सहायता लें

  • अवसाद, चिंता, या नशीली वस्‍तुओं के सेवन से छुटकारा पाने में मदद के लिए, 080-46110007 के जरिए राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य और तंत्रिका विज्ञान संस्थान के माध्यम से एक मानसिक स्वास्थ्य पेशेवर से संपर्क करें।

नया  मैं कोविड-19 संकट के दौरान बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य और भलाई को कैसे बनाए रखूँ?

कोविड-19 के कारण लॉकडाउन जैसा माहौल विशेष रूप से बच्चों के लिए कष्टदायक है। स्कूल बंद होने से बच्चे घर के अंदर रह रहे हैं और बाहरी गतिविधियों को याद कर रहे हैं। माता-पिता भी नई जीवन शैली में ढलने की कोशिश कर रहे हैं। कई लोग घर से काम कर रहे हैं, कुछ को आर्थिक चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है, और माता-पिता के रूप में, उन्हें अपनी आर्थिक और मनोसामाजिक जरूरतों के साथ-साथ अपने बच्चों के स्वास्थ्य और भलाई का भी ध्‍यान रखना है।

इस महामारी के दौरान तनाव और चिंतित महसूस करना स्वाभाविक है, हालांकि दूसरा पहलू यह भी है कि यह लॉकडाउन आपके बच्चे के साथ समय बिताने का एक अवसर भी है। कृपया कोविड-19 के दौरान अपने बच्चे को व्यस्त रखने के लिए नीचे दिए गए तरीके साझा करें|

मैं अपने बच्चे से कोविड-19 के बारे में कैसे बात कर सकता हूँ?

  • कोविड-19 के बारे में आपके बच्चे के मन में सवाल और जिज्ञासा होना सामान्य है।
  • अपने बच्चे की बात ध्यान से सुनें क्योंकि वे अपनी भावनाओं और डर को साझा करते हैं।
  • अपने बच्चे को सही तरीके से जानकारी दें, जिसमें मास्क पहना, छह फीट की दूरी बनाकर रखना और हाथ धोकर जोखिम कम करने के तरीके शामिल हैं।
  • सुनिश्चित करें कि आपके पास कोविड-19 पर नवीनतम वैज्ञानिक जानकारी है। कोविड-19 पर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्नों के लिए https://www.hsph.harvard.edu/india-center/covid-19-dashboard/ या https://projectsanchar.org/faqs-about-covid-19/ पर जाएं।

 

कोविड-19 के दौरान मैं अपने बच्चे की मदद कैसे कर सकता हूँ?

  • इस लॉकडाउन का अपने बच्चे के साथ पर्याप्‍त वक्‍त गुज़ारनें में में इस्तेमाल करें।
  • उनकी भावनात्मक जरूरतों के प्रति उत्तरदायी बनें।
  • उनकी कोविड-19 चिंताओं और आशंकाओं को नजरअंदाज कतई न करें।
  • अपने बच्चे के लिए एक दिनचर्या निर्धारित करें, जिसमें सही वक्‍त पर खाने और सोने का समय शामिल हो।
  • बच्‍चे को सारा दिन किसी न किसी गतिविधि में व्‍यस्‍त रखें और उन्‍हें पौष्टिक आहार और स्‍नैक्‍स दें।
  • उदाहरण के आधार पर: अपने बच्‍चे के साथ मिलकर घर के अंदर ही किये जा सकने वाले व्‍यायाम, योग, ध्‍यान और पौष्टिक भोजन करने का अभ्‍यास करें।

 

मुझे अपने बच्चे तक मीडिया पर जारी कोविड-19 से जु़डी तमाम जानकारियों तक पहुंच को कैसे प्रबंधित करना चाहिए?

  • मीडिया पर जारी तमाम तरह की खबरों व नकारात्‍मक जानकारियों को पढ़ने-देखने की समय सीमा तय करें। चूंकि यह उनके डर और चिंता में इजाफा कर सकते हैं।
  • स्‍क्रीन के आगे वक्‍त बिताने का समय तय करें। साथ में अधिक वक्‍त बितायें। इसके लिए कुकिंग, खेलना, या गार्डनिंग जैसी गतिविधियां मदद करेंगी।

 

मुझे कब मदद लेनी चाहिए?

  • अगर आपके बच्चे में लगातार तनाव, चिंता, या सोने में कठिनाई जैसे लक्षण नजर आ रहे हैं, तो “18001212830 ” डायल करके कोविड-19 से प्रभावित बच्चों के लिए सरकार की तरफ से जारी मनोसामाजिक हेल्पलाइन, जिसे संवेदना कहा जाता है, पर पेशेवरों की मदद लेने पर विचार करें।
  • यदि कोई बच्चा संकट की स्थिति में है, तो सहायता के लिए “चाइल्डलाइन” “1098” पर कॉल करें।

स्वास्थ्य और भलाई के बारे में अधिक जानकारी के लिए, कृपया हमारे अंग्रेजी और हिंदी कोविड-19 डैशबोर्ड देखें:


हार्वर्ड टी.एच. चैन स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ – इंडिया रिसर्च सेंटर

https://www.hsph.harvard.edu/india-center/health-and-well-being-during-covid-19/

https://www.hsph.harvard.edu/india-center/health-and-wellbeing-hindi/

प्रोजेक्ट संचार

https://projectsanchar.org/health-and-well-being-during-covid-19/

https://hindi.projectsanchar.org/health-and-well-being-during-covid-19/


अधिक सूचना के लिए कृपया निम्न लिंक पर जाएं:

स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार (MoHFW)

इंडियन कौंसिल ऑफ़ मेडिकल रिसर्च (ICMR)

विस्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लूएचओ) एफ.ए.क्यू

सीडीसी एफ.ए.क्यू

सीडीसी हाउ इट स्प्रेड्स

सीडीसी गर्भावस्था और स्तनपान

बोस्टन पब्लिक हेल्थ कमीशन

क्लेवलैंड क्लीनिक


इस जानकारी को हार्वर्ड चैन स्कूल ऑफ़ पब्लिक हेल्थ और दाना-फ़ार्बर कैंसर इंस्टीट्यूट (DFCI) के विश्वनाथ लैब ने दाना-फ़ार्बर / हार्वर्ड कैंसर सेंटर (DF/HCC) के हेल्थ कम्युनिकेशन कोर की मदद से क्यूरेट किया है। ये हार्वर्ड चैन या DFCI के आधिकारिक विचार नहीं हैं। किसी भी प्रश्न, टिप्पणी या सुझाव के लिए rpinnamaneni@hsph.harvard.edu को इ-मेल करें।